आपका Second Hand Phone कहीं चोरी का तो नहीं? दो मिनट में चल जाएगा जानें ये तरीके
आजकल मोबाइल फोन हमारी ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, और हम रोज़ाना इसके बिना कई काम नहीं कर पाते। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि जिस सेकंड हैंड फोन को आप खरीदने जा रहे हैं, वह चोरी का तो नहीं है? चोरी के मोबाइल फोन का उपयोग करना न केवल अवैध है, बल्कि यह आपको कानूनी परेशानियों में भी डाल सकता है। इसलिए, अगर आप सेकंड हैंड फोन खरीद रहे हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह चोरी का नहीं है।
यहां हम आपको कुछ आसान और प्रभावी तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप मात्र दो मिनट में यह पता लगा सकते हैं कि आपका खरीदी गया सेकंड हैंड फोन चोरी का तो नहीं है:
1. IMEI नंबर की जांच करें
IMEI (International Mobile Equipment Identity) नंबर एक अद्वितीय कोड होता है, जो हर मोबाइल फोन का होता है। यह फोन के लिए जैसे एक पहचान पत्र होता है। चोरी किए गए फोन का IMEI नंबर अक्सर ब्लैकलिस्टेड होता है। आप निम्नलिखित तरीकों से IMEI नंबर की जांच कर सकते हैं:
- फोन की डायल पैड पर *#06# डायल करें। यह IMEI नंबर दिखाएगा।
- इस IMEI नंबर को आप India’s CEIR (Central Equipment Identity Register) वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। यहां आप यह जान सकते हैं कि यह फोन चोरी तो नहीं है।
2. फोन का रजिस्ट्रेशन चेक करें
अगर आपको फोन का IMEI नंबर मिल जाता है, तो इसे चेक करें कि वह किसी अन्य नाम से रजिस्टर तो नहीं है। आप फोन के स्टोर से इस बारे में जानकारी ले सकते हैं। अगर फोन का रजिस्ट्रेशन किसी और के नाम पर है, तो यह संदिग्ध हो सकता है।
3. सीरियल नंबर (Serial Number) चेक करें
फोन का सीरियल नंबर भी चोरी का पता लगाने में मदद कर सकता है। यह नंबर आपके फोन के बैक या बॉक्स में दिया होता है। यदि यह नंबर पहले से ब्लॉक किया गया है, तो यह चोरी का संकेत हो सकता है।
4. ऑनलाइन ट्रैकिंग सर्विस का उपयोग करें
कुछ ऑनलाइन ट्रैकिंग सेवाएं, जैसे कि Google Find My Device या Apple Find My iPhone, आपको यह बताने में मदद कर सकती हैं कि फोन चोरी हुआ है या नहीं। अगर फोन पहले से खो गया है या ब्लॉक किया गया है, तो इस सर्विस का उपयोग करके आप आसानी से इसे ट्रैक कर सकते हैं।
5. फोन का स्टेटस चेक करें
चोरी किए गए फोन को अक्सर सर्विस सेंटर में ब्लॉक कर दिया जाता है, ताकि वह सक्रिय न हो सके। यदि आप फोन खरीदने से पहले इसे चालू करके देख रहे हैं और यह ठीक से काम नहीं कर रहा है या नेटवर्क से कनेक्ट नहीं हो रहा है, तो यह चोरी का संकेत हो सकता है।
6. स्मार्टफोन एप्स का उपयोग करें
कुछ एप्लिकेशन जैसे Anti-theft Apps चोरी के फोन की पहचान करने में मदद करती हैं। यह एप्स आपके फोन का ट्रैक रखने और फोन की किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पहचानने में मदद करती हैं।
7. बिक्री के प्रमाण और दस्तावेज़ मांगें
फोन खरीदते समय, विक्रेता से फोन के ओरिजिनल बिल और डाक्यूमेंट्स जरूर मांगें। यह दस्तावेज़ आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करेंगे कि फोन कानूनी रूप से बेचा जा रहा है। अगर विक्रेता दस्तावेज़ देने में झिझकता है, तो यह आपके लिए अलर्ट सिग्नल हो सकता है।
8. नंबर और सॉफ़्टवेयर अपडेट चेक करें
चोरी किए गए फोन में अक्सर सॉफ़्टवेयर को बदल दिया जाता है ताकि वह रजिस्टर्ड न दिखे। फोन की सेटिंग्स में जाकर इसकी सॉफ़्टवेयर वर्ज़न चेक करें। अगर सॉफ़्टवेयर अपडेटेड नहीं है, तो यह संदिग्ध हो सकता है।
निष्कर्ष
सेकंड हैंड फोन खरीदते समय, इन सरल तरीकों को अपनाकर आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप जो फोन ले रहे हैं, वह चोरी का तो नहीं है। कानूनी और सुरक्षा की दृष्टि से यह बेहद महत्वपूर्ण है कि आप हमेशा प्रमाणित और कानूनी तरीके से ही सेकंड हैंड फोन खरीदें। फोन के किसी भी संदिग्ध स्थिति को तुरंत रिपोर्ट करें ताकि आपको किसी प्रकार की कानूनी समस्या का सामना न करना पड़े।
सावधानी हटी, दुर्घटना घटी—याद रखें, थोड़ी सी सतर्कता आपके फोन और आपके भविष्य को सुरक्षित रख सकती है।